युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क
तेरे जाने के बाद
पसरी रहती हैं
यादें, मनुहार
तकरार मीठी,तीखी
फिर रूठना मनाना
बातें खट्टी मीठी
तेरे जाने के बाद
बहुत खलती है
तन्हाई
उदास मन , उदास घर
पल पल मन तरसता है
तेरे साथ को
न अच्छी लगे सुबह,
न दिन, न रात
न भाती ऋतुएँ
न बरखा, न बहार
हर मौसम लगे सुना
हर खास दिन उदास
हर त्योहार बेरंग
तेरे जाने के बाद
बस ठहर जाता है
वक्त वहीं का वहीं
हो गुम तेरी यादों में।।
.....मीनाक्षी सुकुमारन
नोएडा