हे नूतन वर्ष!
आइए स्वागत है।
शोणितवर्ण सूर्य-मयूख की,
उदित आशाएँ।
शीतल स्नेह-भ्रातृत्व भाव की,
प्रमुदित भाषाएँ।
हे वट तरू से झाँकता स्वर्णिम हर्ष!
आइए स्वागत है।
हे नूतन वर्ष...!
मन को शांति दिलाने वाले,
जन-जन का भाग्य विधाता।
दृढ़ प्रबल पुलकित भाव,
अरु प्रगतिपथ दिखाता।
हे गूढ़ विचार-विमर्श !
आइए स्वागत है।
हे नूतन वर्ष...!
धराधाम के स्थापित धर्म के,
नवसृजन खातिर।
समाज अरु राष्ट्र के,
नवपरिवर्तन खातिर।
हे नीति-निर्माण-निष्कर्ष!
आइए स्वागत
हे नूतन वर्ष...!
टीकेश्वर सिन्हा "गब्दीवाला"
घोटिया-बालोद (छत्तीसगढ़)
सम्पर्क : 9753269282.