युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क
परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम 29 जनवरी 2024 को एतिहासिक रिकॉर्ड बनाने की संभावना - पंजीकरण की अंतिम तारीख 12 जनवरी 2024
देशभर के छात्रों, अभिभावकों, शिक्षकों में परीक्षा पे चर्चा के प्रति व्यापक उत्साहजनक माहौल - एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी गोंदिया
गोंदिया - वैश्विक स्तरपर दुनियां के हर देश के छात्रों के लिए जो अनेक शिक्षा क्षेत्र में अध्यनरत हैं, अनेकों के लिए चिंता मुश्किल व सोचनीय स्थिति तब उत्पन्न हो जाती है जब उनके जीवन पर असर डालने वाले बोर्ड की परीक्षाओं का पल सामने आता है। यह एक ऐसी घड़ी होती है कि अच्छे-अच्छे होशियार छात्र भी उम्मीद के विपरीत स्थिति महसूस करते हैं, या यू कहें कि परीक्षा के प्रति उनकी घबराहट चिंता ही कभी-कभी असफलता का कारण बन जाती है, इसलिए तो हमारे माननीय पीएम महोदय ने 7 वर्ष पूर्व छात्रों के लिए परीक्षा पे चर्चा, सहजता ग्रहण करने परीक्षा पर चर्चा की शुरुआत की गई थी जो आज एक विशाल वटवृक्ष बन चुका है।
29 जनवरी 2024 को होने वाले इस कार्यक्रम में रिकॉर्ड एक करोड़ से अधिक रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं, जो 12 जनवरी 2024 तक अभी चलते रहेंगे।उल्लेखनीय है कि इस सातवें संस्करण के लिए 11 दिसंबर 2023 से इसके रजिस्ट्रेशन शुरू हुए थे, जिसमें छात्र अभिभावक और शिक्षकगण बहुत बड़ी मात्रा में तेजी से रजिस्ट्रेशन करवा रहे हैं, जो अभी से ही इतनी विशाल संख्या में रजिस्टर्ड हो चुके हैं, जिसके और बढ़ाने की संभावना है जो एक एतिहासिक रिकॉर्ड बनेगा। इसीलिए ही परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम की ओर हितग्राहियों का झुकाव वह इसकी लोकप्रियता का अंदेशा लगाया जा रहा है, उससे कहीं अधिक होने की उम्मीद है।
क्योंकि पिछले छह संस्करणों में छात्रों शिक्षकों व अभिभावकों को इस कार्यक्रम से अनेक फायदे और संतुष्टि का एहसास हुआ है। चूंकि परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम छात्रों को तनाव से मुक्ति का माहौल देता है, इसलिए आज हमपीआईबी और मीडिया में उपलब्ध जानकारी के सहयोग से इस आर्टिकल के माध्यम से चर्चा करेंगे, देश भर के छात्रों अभिभावकों शिक्षकों में परीक्षा पे चर्चा के प्रति व्यापक उत्साह का माहौल बना हुआ है।
साथियों बात अगर हम परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम 2024 को समझने की करें तो, इस वर्ष कार्यक्रम 29 जनवरी 2024 को सुबह 11 बजे से भारत मंडपम, आईटीपीओ, प्रगति मैदान, नई दिल्ली में टाउन-हॉल प्रारूप में आयोजित किया जाएगा। कार्यक्रम में लगभग 4000 प्रतिभागी प्रधानमंत्री के साथ बातचीत करेंगे।
प्रत्येक राज्य और केंद्रशासित प्रदेश से दो छात्रों और एक शिक्षक तथा कला उत्सव एवं वीर गाथा प्रतियोगिता के विजेताओं को मुख्य कार्यक्रम के लिए विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया जा सकता है। प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए 6 से 12वीं कक्षा के छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों के लिए ऑनलाइन बहुविकल्प प्रश्नोत्तर प्रतियोगिता 11 दिसंबर, 2023 से 12 जनवरी, 2024 के बीच माइगोव पोर्टल पर लाइव है।
5 जनवरी, 2024 तक, 90 लाख से अधिक छात्र, 8 लाख से अधिक शिक्षक और लगभग 2 लाख अभिभावक यानी एक करोड़ से ऊपर प्रतिभागी पंजीकरण करा चुके हैं। पीएम के स्कूली छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों के साथ बातचीत कार्यक्रम परीक्षा पे चर्चा 2024 के 7वें संस्करण के लिए, अब तक मायगोव पोर्टल पर 1 करोड़ से अधिक पंजीकरण दर्ज किए गए हैं। यह देश भर में छात्रों के बीच व्यापक उत्साह को दर्शाता है।
इस विशिष्ट कार्यक्रम में भाग लेने और पीएम के साथ बातचीत करने के लिए छात्रों में बहुत उत्साह है। प्रधानमंत्री ने इस अनूठे कार्यक्रम - परीक्षा पे चर्चा (पीपीसी) की परिकल्पना की है - जिसमें देशभर के साथ-साथ विदेशों से भी छात्र, अभिभावक और शिक्षक परीक्षाओं और स्कूल के बाद के जीवन से संबंधित चिंताओं पर चर्चा करने के लिए उनके साथ बातचीत करते हैं। यह आयोजन शिक्षा मंत्रालय के स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग द्वारा पिछले छह वर्षों से सफलतापूर्वक आयोजित किया जा रहा है।
परीक्षा पे चर्चा युवाओं के लिए तनाव मुक्त वातवरण बनाने के लिए प्रधानमंत्री के नेतृत्व में बड़े आंदोलन -एग्जाम वॉरियर्स का हिस्सा है। यह एक ऐसा आंदोलन है जो प्रधानमंत्री के छात्रों, अभिभावकों, शिक्षकों और समाज को एक साथ लाने के प्रयासों से प्रेरित है ताकि एक ऐसे माहौल को बढ़ावा दिया जा सके जहां प्रत्येक बच्चे के अद्वितीय व्यक्तित्व का उत्सव मनाया जाए, प्रोत्साहित किया जाए और आत्माभिव्यक्ति की अनुमति दी जाए। प्रधानमंत्री की सर्वाधिक बिकने वाली पुस्तक एग्जाम वॉरियर्स इस पहल को प्रोत्साहित कर रही है।
लगभग 2050 प्रतिभागियों का चयन मायगोव पोर्टल पर उनके प्रश्नों के आधार पर किया जाएगा। उन्हें एक विशेष परीक्षा पे चर्चा किट प्रदान की जाएगी जिसमें प्रधानमंत्री द्वारा लिखित पुस्तक हिंदी और अंग्रेजी में एग्जाम वॉरियर्स और एक प्रमाण पत्र शामिल होगा। 12 जनवरी (विवेकानंद के जन्म दिवस) 2024 यानी युवा दिवस से शुरू होकर 23 जनवरी (सुभाष चंद्र बोस के जन्म दिवस) 2024 तक मुख्य कार्यक्रम के अग्रदूत के रूप में, स्कूल स्तर पर विभिन्न गतिविधियों काआयोजन किया जाएगा जिनमें मैराथन दौड़, संगीत प्रतियोगिता जैसी आनंददायक सीखने की गतिविधियाँ शामिल होंगी।
इनमें मीम प्रतियोगिता, नुक्कड़ नाटक, छात्र-एंकर-छात्र-अतिथि चर्चा आदि शामिल हैं। आखिरी दिन, 23 जनवरी 2024 यानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस जयंती की जयंती पर, देश भर के 500 जिलों में एक चित्रकला प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। इसके लिए चंद्रयान, भारत की खेल सफलता आदि विषय शामिल होंगे - जो दिखाते हैं कि परीक्षाएं कैसे जीवन का उत्सव हो सकती हैं।
साथियों बात अगर हम माननीय पीएम के पिछले एपिसोड में विचारों की करें तो उन्होंने कहा था, 30-40 साल बाद गर्व होगा पीएम ने आखिर में कहा, था आज जो मेरे सामने हैं, वो नया भारत हैं। 2047 में भारत जब आजादी की शताब्दी मनाएगा, तो आपके पास नेतृत्व होगा।
आज से 30-40 साल बाद जब सफलता को चूमेंगे और मैं अगर जीवित रहूंगा तो गर्व से कहूंगा कि यह वही लोग हैं जिनका मुझ जनवरी को दर्शन करने का सौभाग्य मिला था। मैं गर्व करूंगा कि जब आपके हाथ में देश का नेतृत्व होगा। संतोष होगा कि इनसे मैंने बात की थी। परीक्षा जिंदगी नहीं है, परीक्षा जिंदगी में महज एक मुकाम है।
आप में से बहुत से लोग हैं, जिन्हें शायद यहां मौका नहीं मिला। मैं उनसे क्षमा चाहता हूं। पीएम ने कहा था, जीवन में हर किसी को कुछ न कुछ जिम्मेदारियां निभानी होती हैं। अगर आप किसी की देखादेखी में कोई काम करते हैं, तो बहुत निराशा हाथ लगेगी। अगर अपने मन का काम करेंगे, तो मजा आएगा। जिंदगी में अगर एकाध एंट्रेंस में रह गए तो क्या। लाखों लोग पीछे रह जाते हैं। लेकिन अगर हम डर के कारण कदम ही न रखें तो उससे बुरा कुछ नहीं। हमेशा अपने अंदर के विद्यार्थी को जीवित रखें। जीवन जीने का यही मार्ग है, नया-नया जानना।
अतः अगर हम उपरोक्त पूरे विवरण का अध्ययन कर इसका विश्लेषण करें तो हम पाएंगे कि परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम छात्रों को तनाव से मुक्ति का सशक्त माहौल देता है।परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम 29 जनवरी 2024 के एतिहासिक रिकॉर्ड बनाने की संभावना-पंजीकरण की 12 जनवरी 2024 अंतिम तारीख।देशभर के छात्रों, अभिभावकों, शिक्षकों में परीक्षा पे चर्चा के प्रति व्यापक उत्साहजनक माहौल है।
-संकलनकर्ता लेखक- कर विशेषज्ञ स्तंभकार एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी गोंदिया महाराष्ट्र