युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क
Chhath Puja 2023: छठ पूजा को एक बहुत ही पवित्र त्योहार माना गया है। यह त्योहार सूर्यदेव और षष्ठी माता जिन्हें छठी माता भी कहा जाता है, को समर्पित माना गया है। छठी मैया को संतानों की रक्षा करने वाली देवी माना जाता है। खासकर उत्तर भारत और बिहार में छठ पूजा का उत्साह अधिक देखने को मिलता है। नहाय खाय से छठ पूजा पर्व की शुरुआत मानी जाती है।
इस दिन से शुरू हो रहा है छठ महापर्व
नहाय खाय का दिन - नहाय खाय 17 नवंबर 2023, शुक्रवार के दिन किया जाएगा।
खरना की तारीख - खरना 18 नवंबर 2023, शनिवार के दिन है।
छठ पूजा का संध्या अर्घ्य - छठ पूजा का संध्या अर्घ्य 19 नवंबर को दिया जाएगा।
प्रसाद बनाते समय ध्यान रखें ये बातें
छठ पूजा में पवित्रता और स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाता है। ऐसे में छठ पूजा का प्रसाद बनाते समय इसे भूलकर भी इसे जूठा न करें, साथ ही इसे बनाने से पहले कुछ भी नहीं खाना चाहिए। अपनी स्वच्छता का पूर्ण रूप ले ध्यान रखें। साथ ही प्रसाद बनाने वाली जगह भी एक दम साफ होनी चाहिए।
छठ पूजा में इन बातों का रखें ध्यान
ध्यान रहे कि छठ पूजा का प्रसाद बनाते समय चांदी, स्टील और प्लास्टिक के बर्तनों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। इसके स्थान पर मिट्टी के चूल्हे और बर्तनों का ही इस्तेमाल करना शुभ माना जाता है।
जान लें व्रत के नियम
छठ पर्व पूजा के दौरान व्रत रहे साधक को सूर्य देव को अर्घ्य देने से पहले किसी चीज का सेवन नहीं करना चाहिए। साथ ही व्रत करने वाले साधक को इस दौरान जमीन पर सोना चाहिए। इसके साथ ही छठ पूजा से करीब 10 दिन पहले से ही अरवा चावल और सेंधा नमक का ही इस्तेमाल करना चाहिए।