एक ऐसा दिव्य संत

युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क


एक ऐसा दिव्य संत

एक ऐसा महात्मा जिसने सारी 

दुनिया को आवाज उठाना सिखाया,

हक के लिए जीना सिखाया

दुनिया में भारत को दिखाया

अहिंसा का परचम लहराया

संघर्षों के सफर से वह डरा नहीं 

गिरा गिर के फिर खड़ा हुआ

वह मुसाफिर सफर पर चल पड़ा 

देश हो या विदेश अपनी मिट्टी को वह भूला नहीं

भारत माता के दर्द को देखते हुए

निकल पड़ा वह आजादी का सेवक

वह अहिंसा का पुजारी

हम सब के लिए अंग्रेजी हुकूमत की गुलामी का विरोध करने  वाला

कभी सत्याग्रह कभी असहयोग आन्दोलन कभी 

अंग्रेजो भारत छोड़ो आन्दोलन का सिपाही बन आगे बढ़ता रहा,

पर उसने अहिंसा को सत्य को कभी नहीं छोड़ा

वह अहिंसा का पुजारी बन भारत माता की सेवा करता रहा

आजाद भारत में भी वह बटबारे का दक्ष से दुखी आजादी महोत्सव से दूर रहा ,

क्योंकि सभी उसके दिनों में थे दुश्मन को दोस्त बनाने वाला वह सच्चा हमदर्द था ,

देश के दो टुकड़े हो वह कभी नहीं चाहता था 

वह दुश्मन की चालों से छला गया

पर आजाद भारत में उनका बड़ा सम्मान है

वह कोई ओर नहीं हमारे प्यारे बापू  ही थे ।

सत्य अहिंसा के पुजारी

देश के प्यारे बापू आप को देश कभी भी नहीं भूला पायेगा  ।।


प्रेषक लेखक 

हरिहर सिंह चौहान 

जबरी बाग नसिया इन्दौर मध्यप्रदेश

452001

मोबाइल 9826084157