जीवन में खुशियां पाने के लिए जरूर अपनाएं वास्तु के नियम

युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क 

हर व्यक्ति चाहता है कि उसके घर में हमेशा सुख-समृद्धि का आगमन हो और परिवार का हर एक सदस्य खुशहाल जीवन व्यतीत करें। आप भी चाहते हैं कि आपके घर में खुशियां आए, तो वास्तु में कुछ ऐसे नियम बताए गए हैं जिन्हें अपनाने से घर में सुख-सौभाग्य आता है। आपकी दिनचर्या और आदतों में थोड़ा-सा आसान परिवर्तन आपको स्वस्थ और दीर्घायु बना सकता है।

प्रतिदिन सूर्य को करें प्रणाम

पूर्व दिशा के स्वामी सूर्य ग्रह होते हैं। सूर्य धन-संपत्ति, ऐश्वर्य, आरोग्य और कीर्ति प्रदान करने वाला ग्रह माने गए हैं। सुबह के समय सूर्य से मिलने वाली किरणें अनंत गुणधर्म वाली ऊर्जा से युक्त होती हैं यही कारण है कि वास्तुविज्ञान में पूर्व दिशा को अत्याधिक महत्व दिया जाता है,क्योंकि सूर्य से मिलने वाली सकारात्मक ऊर्जा का मुख्य द्वार पूर्व दिशा ही है। सूर्योपनिषद के अनुसार सूर्य की किरणों में समस्त देव, गंधर्व और ऋषिगण निवास करते हैं। सूर्य की उपासना के बिना किसी का कल्याण संभव नहीं है। भले ही अमरत्व प्राप्त करने वाले देवता ही क्यों न हों। सूरज नारायण को प्रातः अर्घ्य देकर नमस्कार करने से आयु, आरोग्य, धन-धान्य, उत्तम संतान, मित्र, तेज, कांति, विद्या, वैभव और सौभाग्य आदि प्राप्त होता है। घर का वास्तुदोष दूर होता है।

नियम से करें साफ-सफाई

कई बार घर की ठीक ढंग से सफाई न हो पाने के कारण कई जगह धूल-मिट्टी और जाले लग जाते हैं, जिससे हानिकारक कीटाणु पनपते हैं। समय-समय पर दीवारों को साफ करते रहना चाहिए अन्यथा धूल-मिट्टी भरी हुई गंदी दीवारें नकारात्मक ऊर्जा फैलाती हैं। ध्यान रहे कोनों में मकड़ी के जाले नहीं लगें, ये तनावपूर्ण और निराशाजनक माहौल को जन्म देते हैं। दीवारों पर पीक थूकना या किसी भी तरह से दाग-धब्बे लगाना दरिद्रता के सूचक हैं,ऐसा बिलकुल न करें।

सेहत के लिए पेड़-पौधे

वास्तु के अनुसार घर में पौधों को लगाने से न सिर्फ घर का वास्तुदोष दूर होता है बल्कि ये पौधे वायु को शुद्धकर ऑक्सीजन की मात्रा को भी बढ़ाते है, जिससे परिवार के सदस्यों की सेहत अच्छी रहेगी। हरे-भरे पौधे देखने से मन को सुकून मिलता है,वहीं तनाव दूर होता है और खुशी महसूस होती है। ध्यान रहे सूखे, कांटेदार और बोन्साई पौधे निराशा के सूचक हैं, घर में इन्हें न लगाएं।

भजन-कीर्तन है शुभ

घर में हर रोज सुबह  कुछ समय के लिए भजन कीर्तन अवश्य लगाएं या पूजा करते समय घंटी आदि बजाते हुए मधुर स्वर में भजन गायन करे इससे घर की नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होगी। घर में सुख-शांति का माहौल बनेगा। शंख की ध्वनि भी इस कार्य के लिय उत्तम मानी गई है। पूजा के उपरांत घर में शंख जल का छिड़काव करने से घर का वास्तुदोष दूर होता है और ईश्वर का आशीर्वाद बना रहता है।

दीपक जलाएं

गाय के देशी घी का दीपक हर रोज घर में जलाना भी घर की नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है। घर या प्रतिष्ठान में वास्तुदोष और नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने के लिए कपूर की गोलियां रखें। ऐसा करने से वहां की नकारात्मक ऊर्जा दूर होगी, धन लाभ भी बढ़ेगा।