छुट्टा मवेशी किसान की गाढ़ी कमाई को बना रहे निशाना, प्रशासन बेखबर

युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क

लालगंज, प्रतापगढ़। रामपुर बावली क्षेत्र में इधर छुटटा मवेशियों के द्वारा फसल नुकसान को लेकर किसानों को खासा चिन्तित देखा जा रहा है। गोशालाओं की दुर्दशा के साथ साथ प्रशासनिक अमले की लापरवाही से छुटटा जानवर झुण्ड के झुण्ड खेती को तहस नहस कर रहे हैं। विभागीय जिम्मेदार फसल नुकसान को लेकर जाने क्यूं आंख मूंदे बैठे हुए हैं। 

रामपुर संग्रामगढ़ विकासखण्ड के कई गांवो मे झुण्ड के झुण्ड आवारा मवेशी किसानों की फसल को निवाला बना रहे हैं। किसान अपनी ही आंख के सामने गाढ़ी कमाई को नष्ट होता देख खून के आंसू बहा रहा है। मसलन ब्लाक के राजस्व ग्राम पूरे रामचंद्र में इस समय लोग रतजगा करने को मजबूर हो उठे हैं। गांव में भारी संख्या में छुटटा मवेशियों का जमावड़ा देखा जा रहा है। 

यही हाल जूड़ापुर, दरिहट, लखरईया, नेकनामपुर, अनेहरा गांवों में भी देखा जा रहा है। इन गांवो मे भी छुटटा जानवरों ने किसानों की नाक में दम कर रखा है। मौजूदा समय में धान की फसल पर तो आवारा मवेशियों का हमला रोज देखा जा रहा है। हालांकि मजबूरन किसानों ने फसलों को आवारा मवेशियों से बचाने के लिए खेत के अगल बगल तार तथा बांस रस्सी आदि का घेरा बना रखा है। 

इसके बावजूद जब बड़ी संख्या में झुण्ड आवारा मवेशियों का फसल पर हमला होता है तो किसान बेबस और मजबूर दिखता है। इन गांवों के किसान कई बार खण्ड विकास अधिकारी तथा तहसील में एसडीएम समेत आला अफसरों से फसल सुरक्षा की गुहार लगा चुके है। इसके बावजूद अफसरो के कान में इस समस्या को लेकर जूं नही रेंग रहा है। किसानों का कहना है कि समस्या के समाधान को लेकर शिकायतों पर एडीओ व ग्राम विकास अधिकारी को आख्या देनी हुआ करती है। 

फसल नुकसान को लेकर कोई भी कुछ भी कदम उठाने को तैयार नही नजर आता। इस बाबत खण्ड विकास अधिकारी एके सोनकर का कहना है कि मवेशियों के झुण्ड में होने की जानकारी हुई है, शीघ्र ही ऐसे मवेशियों को गोशाला भेजवाया जाएगा। हालांकि बीडीओ का यह आश्वासन भी किसानों के गले में पहले की तरह अफसरों के रटे रटाये बयान को देख गले उतरता नही दिख रहा है।