भारतीय टीम रविवार को जब दूसरे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच में वेस्टइंडीज से भिड़ेगी तो कार्यवाहक कप्तान शिखर धवन फिर दूसरी कतार में खड़े खिलाड़ियों से शानदार प्रदर्शन की उम्मीद करेंगे ताकि तीन मैचों की सीरीज उनके नाम हो जाए। भारतीय टीम ने पहला वनडे तीन रन से जीता था। अब एक और जीत से भारत कैरेबियाई सरजमीं पर लगातार दूसरी वनडे सीरीज जीत लेगा।
पिछली बार जब भारतीय टीम ने वनडे सीरीज के लिए वेस्टइंडीज का दौरा किया था तो मेहमान टीम ने 2-0 से सीरीज जीती थी जिसमें एक मैच बारिश की भेंट चढ़ गया था। वेस्टइंडीज की टीम वनडे में लगातार हारने का सिलसिला तोड़ना चाहेगी जो अब सात मैचों का हो गया है जिसमें इस सीरीज से पहले बांग्लादेश से मिली 0-3 की हार भी शामिल है।
भारतीय टीम ने शुक्रवार को पहले वनडे में हर विभाग में अच्छा प्रदर्शन किया और तीन मैचों की सीरीज में 1-0 से बढ़त बनाई जिसमें धवन और वापसी करने वाले शुभमन गिल के बीच आक्रामक शतकीय साझेदारी तथा मोहम्मद सिराज का अनुभवी मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह की अनुपस्थिति में गेंदबाजी आक्रमण की शानदार अगुआई करना शामिल हैं। रविवार को सूर्यकुमार यादव, सैमसन, दीपक हुड्डा और अक्षर पटेल अच्छा योगदान देना चाहेंगे।
पहले वनडे में तीन रन से रोमांचक जीत
भारत ने पहले मैच में पहले बल्लेबाजी का आमंत्रण पाकर कप्तान शिखर धवन के 97 रन के अलावा शुभमन गिल (64) और श्रेयस अय्यर (54) के अर्धशतकों की मदद से 7 विकेट पर 308 रन बनाए लेकिन वेस्टइंडीज की टीम कायेल मेयर्स (75), ब्रैंडन किंग (54) के प्रदर्शन के बावजूद छह विकेट पर 305 रन ही बना सकी। अंतिम ओवर में वेस्टइंडीज को 15 रन चाहिए थे।
टीम छह विकेट पर 305 रन ही बना सकी। विकेटकीपर संजू सैमसन ने हालांकि बल्ले की नाकामी की कमी डेथ ओवर में एक शानदार बाउंड्री बचाकर पूरी की जिसकी बदौलत भारतीय टीम मैच की अंतिम गेंद पर जीतने में सफल रही। अकील हुसैन 32 और रोमारियो शेफर्ड 39 रन बनाकर नाबाद रहे। अंतिम ओवर में मोहम्मद सिराज (2/57) 15 रन का बचाव कर रहे थे।
गिल ने 19 से ज्यादा महीने के समय बाद वनडे टीम में वापसी की हैं और पहले मैच में उन्होंने मौके का पूरा फायदा उठाकर 64 रन से अपने कॅरिअर की सर्वश्रेष्ठ पारी खेली। ऋतुराज गायकवाड़ और इशान किशन पर तरजीह देकर चुने गए गिल जब क्वींस पार्क ओवल की पिच पर बल्लेबाजी कर रहे थे तो यह काफी आसान दिख रही थी जबकि ज्यादातर खिलाड़ी इस पर जूझते दिख रहे थे। पूरी पारी के दौरान उन्होंने जितनी गेंद खेलीं, उतने ही रन जुटाए और छह बाउंड्री के अलावा दो छक्के भी लगाए पर उनकी पारी का अंत रन आउट से हुआ। धवन ने भी दूसरे जोड़ीदार की भूमिका बेहतरीन ढंग से निभाई, उन्होंने और गिल ने 106 गेंद में 119 रन की साझेदारी बनाई लेकिन सीनियर बल्लेबाज अपने 18वें शतक से चूक गए।
श्रेयस अय्यर ने भी अर्धशतक जमाकर फॉर्म में वापसी की जिससे भारतीय टीम में शीर्ष तीन खिलाड़ियों ने ‘परफेक्ट’ शुरुआत दिलाई। लेकिन मध्यक्रम के लड़खड़ाने से भारतीय टीम सात विकेट पर 308 रन ही बना सकी जबकि एक समय वह 350 रन से आगे पहुंचने की ओर बढ़ रही थी। मध्यक्रम में संजू सैमसन एक बार फिर इस स्तर पर मिले मौके का इस्तेमाल करने में विफल रहे, उन्होंने 18 गेंद में 12 रन बनाए।
ये हो सकती है संभावित प्लेइंग-11
भारत: शिखर धवन (कप्तान), शुभमन गिल, श्रेयस अय्यर (उपकप्तान), सूर्यकुमार यादव, संजू सैमसन/ईशान किशन (विकेटकीपर), दीपक हुड्डा, अक्षर पटेल, शार्दुल ठाकुर, मोहम्मद सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा, युजवेंद्र चहल।
वेस्टइंडीज: शाई होप (विकेटकीपर), कायेल मेयर्स, शामराह ब्रूक्स, निकोलस पूरन (कप्तान), ब्रैंडन किंग, रोवमन पॉवेल, रोमारियो शेफर्ड, जेसन होल्डर/गुडाकेश मोती, जेडेन सील्स, अकील हुसैन, अल्जारी जोसेफ।