16 श्रृंगार नहीं तो सावन महीने में जरूर पहन लें ये चीजें, मिलेगा महादेव का आशीर्वाद

युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क

हिंदू धर्म में सावन का महीना बहुत शुभ माना जाता है, खासकर शादीशुदा औरतों के लिए। इस दौरान महिलाएं ना सिर्फ सोमव्रत करती हैं बल्कि सोलह श्रृंगार करके पति की लंबी उम्र की कामना भी करती हैं। श्रृंगार करना सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है। दरअसल, सावन महीने में महिलाओं का सजना-संवरना शुभ माना जाता है। मगर, कुछ महिलाएं इस दौरान 16 श्रृंगार नहीं कर पाती। ऐसे में आप सिर्फ 6 चीजें पहनकर या लगाकार भोले बाबा का आशीर्वाद ले सकती हैं।

क्यों महत्वपूर्ण है 16 श्रृंगार?

ऋग्वेद में भी सोलह शृंगार का जिक्र किया गया है। ऋग्वेद में कहा गया है कि महिलाओं का सोलह श्रृंगार करना सिर्फ खूबसूरती ही नहीं, भाग्य को भी बढ़ाता है। साथ ही इससे घर में सुख-समृद्धि भी बनी रहती है। ऐसे में जरूरी है कि इस दौरान महिलाएं सोलह श्रृंगार करें।

16 श्रृंगार में शामिल ये चीजें

लाल रंग का जोड़ा, मंगलसूत्र, बिंदी, सिंदूर, काजल, मेहंदी, गजरा, मांग टीका, नथ, कानों में झुमके, चूड़ियां, अंगूठी, कमरबंद, बाजूबंद, बिछुआ, पायल सोलह श्रृंगार में शामिल है।

16 श्रृंगार नहीं कर सकती तो जरूर करें ये 5 काम

लाल रंग का जोड़ा

सावन महीने में भगवान शिव का आर्शीवाद पाने के लिए आप लाल रंग के कपड़े पहनें। इसे सोलह श्रृंगार का हिस्सा माना जाता है। ऐसे में वैवाहित औरतें लाल रंग के कपड़े पहनना ना भूलें। भूलकर भी सावन में काले रंग के वस्त्र ना पहनें।

मंगलसूत्र और सिंदूर

मंगलसूत्र और सिंदूर सुहाग की निशानी माना जाता है। सावन महीने में चटक लाल रंग का सिंदूर भरना चाहिए। मान्यता है कि इससे पति की उम्र लंबी होती है और भोलेनाथ भी प्रसन्न रहते हैं। हो सके तो पति के हाथ से ही सिंदूर व मंगलसूत्र पहनें।

बिंदी

सावल के दौरान माथे पर कुमकुम या सिंदूर की बिंदी लगाएं। सावन महीने में श्रृंगार करते वक्त लाल या हरी रंग की बिंदी लगाना शुभ माना जाता है लेकिन इस दौरान काली बिंदी बिल्कुल ना लगाएं।

मेहंदी

किसी भी त्यौहार या फंक्शन में महिलाएं मेहंदी जरूर रचाती है। कहा जाता है कि मेहंदी का रंग जितना गाढ़ा होगा पति अपनी पत्नी से उतना ही प्यार करेगा।

गजरा

जमाने चाहे कोई भी गजरे का ट्रैंड हमेशा एवरग्रीन रहता है। ऐसे में सावन महीने में आप पति के हाथों से गजरा जरूर पहनें। भगवान शिव को सफेद फूल पसंद है इसलिए आप इसी रंग का गजरा पहनें।

हरी-लाल चूड़ियां

सावन में सिर्फ शादीशुदा ही नहीं बल्कि कुंवारी लड़कियां भी हरी-लाल चूड़ियां पहनती हैं। हरा रंग प्रकृति का माना जाता है जो जीवन में खुशियां लाता है। वहीं, लाल रंग सुहागिन औरत के जीवन में खुशियां व सौभाग्य लाता है।

कभी न पहनें काली साड़ी

ध्यान रखें कि सावन महीने, खासतौर पर सोमवार के दिन काले रंग के वस्त्र, बिंदी, डार्क लिपस्टिक ना लगाएं। महादेव की पूजा में काले रंग वर्जित माना जाता है। कहा जाता है कि इससे महादेव नाराज हो जाते हैं।